जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से नव वर्ष की शुरूआत में प्रदेश के ग्रामीण परिवारों को जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत 6 लाख 73 हजार 223 'हर घर जल' कनेक्शन की स्वीकृतियों की सौगात दी गई है। ये स्वीकृतियां 860 नई परियोजनाओं के तहत जारी की गई है, इन पर 6 हजार 843 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इससे 22 जिलों अलवर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, चितौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, झुंझुनू, जोधपुर, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही एवं उदयपुर के 3305 गांवों में लाखों ग्रामीण परिवारों को सीधा फायदा होगा। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही प्रदेश में अब तक जेजेएम के तहत 36 हजार से अधिक गांवों में 9 हजार 345 ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं में करीब 87 लाख परिवारों को 'हर घर जल' कनेक्शन की स्वीकृतियां जारी की जा चुकी है।
जेजेएम के अन्तर्गत राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति (एसएलएसएससी) की अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) सुधांश पंत की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित बैठक में प्रदेश में नई पेयजल परियोजनाओं के अलावा डीपीआर तैयार करने एवं चार जिलों में नल कनेक्शन से शेष रही स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द, ग्राम पंचायत, स्वास्थ्य केन्द्र एवं सामुदायिक केन्द्र जैसी संस्थाओं पर नल कनेक्शन देने के प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई।
रेग्यूलर विंगः 21 जिलों में 2 लाख 50 हजार 'हर घर जल' कनेक्शन मंजूर—
एसीएस ने बताया कि रेग्यूलर विंग के तहत प्रदेश के 21 जिलों के 1613 गांवों में 855 सिंगल एवं मल्टीविलेज परियोजनाओं में 1654.43 करोड़ रुपये की लागत से 2 लाख 49 हजार 995 'हर घर जल' कनेक्शन की मंजूरी दी गई। इसमें अलवर जिले में 164 गांवों की 159 योजनाओं में 194.97 करोड़ रुपये की लागत से 38 हजार 121, बाड़मेर में 18 गांवों की 11 योजनाओं में 25.63 करोड़ रुपये की लागत से 2253, भरतपुर में 20 गांवों की 20 योजनाओं में 19.52 करोड़ रुपये की लागत से 3029, बीकानेर में 27 गांवों की 14 योजनाओं में 33.16 करोड़ रुपये की लागत से 3182, चितौड़गढ़ में 30 गांवों की 29 योजनाओं में 17.91 करोड़ रुपये की लागत से 2700, दौसा में 48 गांवों की 34 योजनाओं में 64.94 करोड़ रुपये की लागत से 10 हजार 313, धौलपुर में 114 गांवों की 86 योजनाओं में 139.55 करोड़ रुपये की लागत से 20 हजार 961, डूंगरपुर में 37 गांवों की 18 योजनाओं में 33.51 करोड़ रुपये की लागत से 8796, श्रीगंगानगर में 479 गांवों की 132 योजनाओं में 274.60 करोड़ रुपये की लागत से 37 हजार 315, हनुमानगढ़ में 110 गांवों की 43 योजनाओं में 26.59 करोड़ रुपये की लागत से 2615, जैसलमेर में 41 गांवों की 5 योजनाओं में 27.29 करोड़ रुपये की लागत से 6391, झुंझुनू में 24 गांवों की 21 योजनाओं में 44.47 करोड़ रुपये की लागत से 7027, जोधपुर में 76 गांवों की 34 योजनाओं में 67.85 करोड़ रुपये की लागत से 8292, नागौर में एक गांवों की एक योजना में 1.16 करोड़ रुपये की लागत से 313, पाली में 89 गांवों की 61 योजनाओं में 176.94 करोड़ रुपये की लागत से 19 हजार 865, प्रतापगढ़ में 67 गांवों की 64 योजनाओं में 61.68 करोड़ रुपये की लागत से 9230, राजसमंद में 2 गांवों की एक योजना में 44.23 लाख रुपये की लागत से 40, सवाईमाधोपुर में 55 गांवों की 38 योजनाओं में 88.95 करोड़ रुपये की लागत से 21 हजार 504, सीकर में 30 गांवों की 30 योजनाओं में 28.05 करोड़ रुपये की लागत से 4051, सिरोही में 40 गांवों की 39 योजनाओं में 73.92 करोड़ की लागत से 8362 तथा उदयपुर में 141 गांवों की 15 योजनाओं में 163.28 करोड़ रुपये की लागत से 35 हजार 635, 'हर घर जल' कनेक्शन दिए जाएंगे।
मेजर प्रोजेक्ट्सः 4 जिलों में 4 लाख 23 हजार 'हर घर जल' कनेक्शन स्वीकृत—
पंत ने बताया कि वृहद पेयजल परियोजनाओं के तहत प्रदेश के अजमेर, बांसवाड़ा, चितौड़गढ़, डूंगरपुर एवं जोधपुर के 1692 गांवों के लिए 5 स्कीम्स में 5188 करोड़ रुपये की लागत से 4 लाख 23 हजार 228 'हर घर जल' कनेक्शन के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इसमें माही डैम से बांसवाड़ा में 250 गांवों की पेयजल योजना के लिए 620.76 करोड़ की लागत से 250 गांवों में 60 हजार 47, बांसवाड़ा में ही गंगातलाई के 97 और आनंदपुरी के 136 गांवों की पेयजल योजना में 710.42 करोड़ रुपये की लागत से 233 गांवों में 66 हजार 934, बेणेश्वर एनीकट से डूंगरपुर में साबला और सागवाड़ा के 212 गांवों के पेयजल प्रोजेक्ट में 427.69 करेाड़ रुपये की लागत से 60 हजार 351, माही डैम के तहत कडाना बैकवाटर से डूंगरपुर में चिकली, सीमलवाड़ा, झोंथरी एवं गलियाकोट के 353 गांवों की पेयजल परियोजना में 885.56 करोड़ रुपये की लागत से 95 हजार 302 तथा चम्बल नदी से चितौड़गढ़ में 648 गांवों की पेयजल परियोजना में 2245.72 करोड़ रुपये की लागत से 85 हजार 123 'हर घर जल' कनेक्शन दिए जाएंगे।
चार जिलों की संस्थाओं में 'नल कनेक्शन' के लिए भी राशि मंजूर—
एसीएस ने बताया कि पाली जिले में नल कनेक्शन से शेष रही स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द, ग्राम पंचायत, स्वास्थ्य केन्द्र एवं सामुदायिक केन्द्र जैसी 607 संस्थाओं पर नल कनेक्शन देने के लिए 514.09 लाख रुपये, डूंगरपुर में नल कनेक्शन से शेष 1567 स्कूलों में नल कनेक्शन के लिए 1219.74 लाख रुपये, प्रतापगढ़ में 135 स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में नल कनेक्शन के लिए 96.47 लाख रुपये तथा उदयपुर व दौसा में 1067 विद्यालयों में नल कनेक्शन के लिए 861.02 लाख रुपये की स्वीकृति भी जारी की गई है।
डीपीआर के लिए 133.72 लाख रुपये मंजूर—
पंत ने बताया कि जोधपुर जिले में पंचाला-घेवरा-चेराई पेयजल प्रोजेक्ट के तहत 104 गांवों में 46 हजार 110:हर घर जल‘ कनेक्शन देने की योजना की डीपीआर तैयार करने के लिए 133.72 लाख रुपये के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है